Email Subsciption

header ads

बेहटायी की लड़ाई- कसिमगंज की लड़ाई

बेहटायी की लड़ाई- कसिमगंज की  लड़ाई

राजा गंगा बक्श रावत (1835 -1850 ) 
बेहटाई की लड़ाई -कासिमगंज की लड़ाई बाराबंकी कासिम गंज -देवा के पूरब ( बाराबंकी )के कुंभा रावत पासी जाति के थे इन के 5 पुत्र 1 कुंडी सिंह रावत 2वक्ता सिंह रावत 3 अलम सिंह रावत 4 लाल सहाय रावत तथा 5 मिश्री सिंह रावत थे कुम्भा रावत के प्रपौत्र बख्ता सिंह के पुत्र विश्राम सिंह रावत के पुत्र गंगाबक्स ने 200 गांव पर विजय श्री प्राप्त करके अपना पासी राज्य स्थापित किया था लॉर्ड डलहौजी ने अवध को हड़पने की नीयत से कर्नल स्लीमैन ki नियुक्ति 11 जनवरी 1849 को लखनऊ में रेजिडेंट के पद पर की थी कर्नल स्लीमैन को प्राथमिक सूचनाओ से यह ज्ञात हो गया था कि अवध के बादशाह सहयोगी पासी राजा व सरदार के आधिपत्य को बिना निस्तोनाबूद किये अवध को हड़पा नही जा सकता स्लीमैन ने 26 मार्च 1850 को कैप्टन बार्लो ,ब्यालू व विल्सन तथा लेफ्टिनेंट एल्डर टोन सहित 7000 हज़ार ब्रटिश फौजो के साथ हमला कर दिया लगातार दो दिन तक कटुवा हार में चले भीषड़ लड़ायी में पसियों ने अंग्रजो के दाँत खट्टे कर दिया 29 मार्च 1850 को भरी दोपहरी में पासियों एक टुकड़ी बांसों का फाटक खोल कर अचानक बाहर आई और हताश अंग्रेजी सेना पर टूट पड़ी इस बीच एल्डर टोन और कुछ साथियों ने मौका पाकर किले के अंदर घुस गया लेकिन पसियों के तीरों के बौछार से अंग्रेज सिपाही हताहत हो गए और एक तीर लेफ्टिनेंट एल्डर टोन गले पे जा लगा और वो घोड़े से गिर कर मर गया किसी तरह से उसके सिपाही उसकी लाश बाहर निकाल कर लायी और लखनऊ स्लीमैन के पास भेजी और भारी सहायता मांगी राजा गंगाबक्स युद्ध नीति के धनी थे वो अपने किलो को रातो रात छोड़ने के आदेश दे दिए और दूसरे किले भाटिया चले गए इधर कर्नल स्लैमन नवाब वाजिद अली शाह के ऊपर गंगाबक्स को पकड़ने के लिए दवाब बनाया और इनाम की घोषणा कराया और बर्खास्त वासिह अली को बहाली के लालच देकर गंगा बक्श को पकड़ने के लिए भेजा चूंकि गंगाबक्स और वासिह अली एक दूसरे से मित्रवत थे इसलये वासिह अली को चुना गया वासिह अली खान अपने साथ कुरान लेकर गया था और कुरान की कसम खा कर उसने राजा गंगाबक्स को विश्वास दिलाया कि नवाब आपके साथ मित्रवत सम्बन्ध बनाना चाहते है और उन्हें उनसे कोई शिकायत नही है राजा गंगा बॉक्स के अभिन्न मित्र भूरे खान ने वासिह अली के कसम पर विश्वास न करने को कहा लेकिन राजा गंगाबक्स ने पवित्र कुरान की कसम पर शक करने से मना कर दिया और अपने पुत्र कुँवर रंजीत सिंह रावत के साथ लखनऊ अपने कुछ साथियों के साथ रवाना हो गए राजा गंगा बॉक्स के आने की सूचना वासिह अली खान ने स्लीमैन को पहले से ही दे दी और लखनऊ पहुचने के तुरंत 1000 अंग्रेज सिपाहियों के सहायता से गिरफ्तार कर लिया गया उधर इनका राजा गंगाबक्स के मित्र भूरे खान अपने 500 सिपाहियों के साथ लखनऊ राजा गंगाबक्स को छुड़ाने के लिए रवाना हो गया लेकिन देर हो गयी वासिह अली खां ने कुरान की झूठी कसम का अपमान किया और अलाह ताला का कहर उसपर टूटा राजा गंगाबक्स रावत के कत्ल बाद वासिह अली खान के गले के निचे एक भी निवाला नही उतरा और वो तड़प तड़प के ककोरी में मर गया । अवध में पासी राजा अंग्रजो के सबसे बड़े दुश्मन थे बिना पसियों के खत्म करें ब्रिटिश राज लाना असम्भव था 29 march 1850 को पासियो ने अंग्रजो पर विजय हासिल की थी उसी के याद में पासी समाज अपना विजय दिवस मनाता है अवध की धरती में अनेकों ऐसे ठाकुर राजा ,पासी राजा हुवे है जिनको याद किया जाना जरूरी है आने वाले समय मे हर उन राजाओ के बारे में बताउंगा ,जिनको आप लोगो को जानना जरूरी है तब तक ये चैनल को subscribe करना मत भूलिए

Post a Comment

0 Comments